लोकसभा चुनाव का प्रचार प्रसार चरम पर है सभी राजनीतिक पार्टियों अपने-अपने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने में लगी है । इसी क्रम में वैसे तो sasaram लोक सभा क्षेत्र में चुनाव 1 जून और अंतिम चरण में है।sasaram लोकसभा क्षेत्र में kaimur के 3 विधनसभा क्षेत्र और rohtas के भी 3 विधान सभा क्षेत्र आते है।जिनमे Kaimur के चैनपुर ,भभुआ ,मोहनिया,और रोहतास का करगहर,सासाराम,और चेनारी क्षेत्र शामिल है। भले ही चुनाव लोक सभा का हो मुद्दा राष्ट्रीय स्तर का हो लेकिन इस बार स्थानीय मुद्दे भी हॉवी रहेंगे।तेजी से बढ़ी महंगाई,बेरोजगारी,शिक्षा का गिरता स्तर सासाराम क्षेत्र का पिछड़ापन,एव पर्यटन की असीम संभावनाओ के बावजूद लगातर 10 वर्ष तक सांसद रहे छेदी पासवान द्वारा कोई पहल नही किया जाना आदि शामिल है। यहां बता दे सासाराम लोक सभा क्षेत्र के कैमुर और रोहतास दोनों जिलों में पर्यटन की अपार संभावनाएं है।जिससे दोनों जिलों को राजस्व करोड़ो के प्राप्त होते ।लेकिन वर्तमान सांसद केवल हवा हवाई निकले जिसका खनियाज़ा सातवे चरण के बीजेपी प्रत्याशी को उठाना पड़ सकता है।इतना ही नही युवाओं का बेरोजगारी और बेकारी जैसे मुद्दे से भी दोचार होना पड़ेगा।
यहां बता दे कि कैमुर में सय्यद मुबारक शाह की मज़ार,हज़रत पीर उस्मान मदुरना,कोटवी,दरगाह शाह बाबा मोहनिया,बाबा ख़लील पटेसर,हज़रत सय्यद ना मुफ्तिअब्दुरहिम्म बबुरा, हज़रत साबिर पिया बीयूर, बख्तियार खान का रौजा मुबारक उपेक्षा का शिकार है।पिछले दस वर्षों का आंकड़ा देखा जाए तो इन धार्मिक विरासतों को पर्यटन से जोड़ने के लिए वर्तमान संसाद द्वारा एक भी पहल नही की गई।उसके अतिरिक्त जिला मुख्यालय रॉड पर अवस्थित बबुरा मस्जिद बेहतरीन नक्काशी के लिए सम्पूर्ण बिहार में एक मिसाल है।
इसके अतिरिक्त विश्व विख्यात माँ मुंडेश्वरी देवी का मंदिर,चंदेश्वरी देवी का मंदिर ,माँ कुलेश्वरी का मंदिर,हरसू ब्रह्म धाम, तारा चंडीजो अपने अपने आप मे उद्धरण है इन स्थानोंपर राज्य के कई हिस्सों से लोग दर्शन एव मन्नते मांगने आते है।
- कैमूर का पठार बिहार में स्थित है। यह विंध्य श्रेणी के पूर्वी क्षेत्र में फैला हुआ है।
- एक प्रकार की कठोर सफेद तलछटी चट्टान है जिसका उपयोग इमारत बनाने या सीमेंट बनाने के लिए किया जाता है।
- इसके प्रमुख पदार्थ खनिज केल्साइट और आर्गेनाइट हैं, जो कैल्शियम कार्बोनेट के विभिन्न क्रिस्टल रूप हैं।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए धार्मिक स्थलों के अतिरिक्त कैमूर रोहतास में दर्जन भर से अधिक पर्यटक स्थल है। शेरशाह का रौजा,हसन खान का रौजा,बख्तियार खान का रौजा, तेल्हाड़ा कुंड,मंझर कुंड,झांझर कुंड,तुतला भवानी, करकट गढ़ दुर्गावती डैम, आदि कई स्थल है। जहां अपार संभावनाएं मौजूद है।
- कैमूर का पठार बिहार में स्थित है। यह विंध्य श्रेणी के पूर्वी क्षेत्र में फैला हुआ है।
- एक प्रकार की कठोर सफेद तलछटी चट्टान है जिसका उपयोग इमारत बनाने या सीमेंट बनाने के लिए किया जाता है।
- इसके प्रमुख पदार्थ खनिज केल्साइट और आर्गेनाइट हैं, जो कैल्शियम कार्बोनेट के विभिन्न क्रिस्टल रूप हैं।
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