एडीजे प्रथम कैमूर भभुआ अजीत कुमार मिश्रा की अदालत में एक ही परिवार के पांच अभियुक्तों को हत्या मामले में आजीवन संस्कार आवास की सजा सुनाई गई
सुनवाई करते हुए 30 सितंबर 2024 को ए डीजे प्रथम कैमूर अजीत कुमार मिश्रा की अदालत ने हत्या के मामले में अभियुक्त ललिता सिंह राजेंद्र सिंह दोनों पिता स्वर्गीय बिक्रमा सिंह धर्मेंद्र सिंह बबलू सिंह पिता दोनों ललित सिंह chanu सिंह उर्फ सोनू सिंह पिता स्वर्गीय वीरेंद्र सिंह सभी ग्राम दुमुरुका थाना अधौरा जिला कैमूर भभुआ को 302 / 34 भा द वी हत्या के मामले में आजीवन कारावास तथा प्रत्येक को 50-50 हजार रुपए फाइन नहीं देने पर 6 महीने का अतिरिक्त कारावास की सजा सुनाइ. वही धारा 307 आईपीसी में जानलेवा हमले में सभी अभियुक्त को 10 /10 बरस का कारावास एवं प्रत्येक को 50-50 हजार का फाइन सुनाया नहीं देने पर 6 महीने का अतिरिक्त कारावास की सजा सुनाई. इस मामले मे
सूचक महेंद्र सिंह पिता स्वर्गीय विक्रम सिंह ग्राम दुमुरूका थाना थाना अधौरा जिला कैमूर भभुआ का कहना है कि दिनांक 16 जुलाई 2022को अधौरा थाना के दरोगा जी के सामने अपना बयान दे रहा हूं मैं अपने भाई के साथ दिनांक 15 जुलाई सन 2022 को हम चारों भाई को बराबर बराबर का हिस्सा बांटने का सलाह दिया गया था जिस पर हम चारों भाई सहमत थे लेकिन दिनांक 16 जुलाई 2022 को समय 6:00 बजे सुबह हमारे घर पर अभियुक्त राजेंद्र सिंह ललित सिंह धर्मेंद्र सिंह बबलू सिंह चुन्नू सिंह उर्फ सोनू सिंह सभी ग्राम दुमुरुक जिला कैमूर खाना हमारे घर में घुसकर एक राय होकर लाठी डंडा से सभी लोग मारपीट करने लगे हमारे घर के दरवाजा को बंद कर हम लोगों को घर लिए तथा हमारी बेटी पुष्पा देवी दामाद गंगा सिंह मेरी पत्नी शांति देवी तथा मैं था हम चारों लोगों को घर में बांधकर पूरी तरह से लाठी से पिटाई किया था हल्ला होने पर गांव के ग्रामीण आने पर लोग भागने लगे तथा अधौरा थाना की पुलिस हमारे घर पर आई और हम चारों लोगों को घायल अवस्था में प्राथमिक की स्वास्थ्य केंद्र अधौरा ले गई तथा गंभीर हालत को देखते हुए सदर अस्पताल भगवा ले जाया गया जहां पर ज्यादा चोट लगने के कारण मेरी पत्नी शांति देवी का सदर अस्पताल भभुआ में इलाज के दौरान निधन हो गया तथा हम एवं मेरी बेटी तथा मेरे दामाद घायल थे इसी मामले में यही परिवार के पांच अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई,विदित हो की इस केस में 11 लोगो की गवाही हुई है तथा 10 जुलाई 2024 को अभियुक्त का बयान दर्ज हुआ था दिनांक 28 सितंबर 2024 को माननीय न्यायालय एडीजे प्रथम अजीत कुमार मिश्रा की अदालत में पांच अभियुक्तों को दोषी पाया था इस मामले में 20 जुलाई 2023 को पटना उच्च न्यायालय आदेश दिया था कि 9 महीने के अंदर में इस केस का निष्पादन करें इस केस में दो बरस दो महीना 16 दिन में फैसला आया है सरकार की तरफ से अपऱ लोक़ अभियोजक वीरेंद्र प्रसाद सिंह एवं बचाव पक्ष के अधिवक्ता घनश्याम कुमार ने अपना पक्ष रखा.
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