शिक्षा का अलख जगाने पहुंचा शबरी नगर में ट्रस्ट मुंडेश्वरी

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शबरी नगर- यहां शाम को लगती है पाठशाला
शबरी नगर के बच्चे अन्य बच्चों की तुलना में पीछे ना रह जाए इसको लेकर माई मुंडेश्वरी ट्रस्ट अपने सहयोगियों के साथ शाम के समय 2 घंटे का अतिरिक्त क्लास एवं नैतिक शिक्षा देकर इस इलाके में महादलित परिवार के बच्चों को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहा है।
माई मुंडेश्वरी ट्रस्ट कूड़ा उठाने वाले बच्चों को चिन्हित कर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रहा है।
ट्रस्ट के अध्यक्ष अपूर्व प्रभाष का ऐसा मानना है कि ऐसे बच्चों को अगर शिक्षित माहौल मिले तो यह भी कुछ देश के लिए बहुत अच्छा कर सकते हैं,
वे बताते हैं कि ट्रस्ट के लिए यह सफर बहुत आसान नहीं था महा दलित बस्ती के बच्चों के लिए शबरी नगर में शाम के समय पाठशाला चलाना कष्टकारी था अभिभावकों को से बात करने पर पता चला अभिभावक पढ़ाई को लोग गंभीरता से नहीं लेते थे धीरे-धीरे 2 साल का समय देने पर उन्हें जागरूक कर शिक्षा के प्रति तैयार किया गया, तब जाकर लोग अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजने लगे, ट्रस्ट संध्या पाठशाला निशुल्क चलता है और बच्चों को किताब कॉपी पेंसिल रबर कटर ब्लैक बोर्ड और अन्य सामग्री जो शिक्षा के प्रति जागरूक कर सकता है वह निशुल्क प्रदान करता है। इस गर्मी के मौसम में मुंडेश्वरी ट्रस्ट ने उन बच्चों को प्राइवेट स्कूल की तरह टी-शर्ट और लोअर दिया , ताकि वह एक रंग में एक जैसा माहौल बना कर पढ़ने के लिए जागरूकता के साथ आ सके और उसका वितरण किया गया।
माई मुंडेश्वरी ट्रस्ट के अध्यक्ष अपूर्व प्रभाष ने बताया कि संध्या पाठशाला का विस्तार करते हुए भभुआ के प्रत्येक 25वो वार्ड मैं वैसे स्थान एवं बस्ती का चयन करते हुए वैसे बच्चों का चयन कर कर जो पैसे के अभाव में या किसी कारणवश शिक्षा के अलग से दूर है उनको शिक्षित करने का कार्य करेगा साथ ही प्रत्येक वार्ड में एक-एक संध्या पाठशाला खोला जाएगा।
इस कार्यक्रम में सौरव कुमार, धीरज सर, शिव कुमार ,डॉक्टर प्रिया शंकर जी चंदन सिंह, खुशबू जी ,संतोष कुमार ,सुषमा जी, रजनीकांत जी मनोज जी ,सोनेलाल जी, अशोक जी ,मणीन्द्र जी ने अपना अहम योगदान दिया।

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